एक बार एक राजा ने अपने मंत्री से कहा , मुझे इन चार प्रश्नों के जवाब दो। 1 . जो यहाँ हो वहाँ नहीं 2. वहाँ हो यहाँ नहीं। 3. जो यहाँ भी नहीं हो और वहाँ भी नहीं हो। 4. जो यहाँ भी हो और वहाँ भी।
मंत्री ने उतर देने के लिए दो दिन का समय माँगा। दो दिन के बाद वो चार व्यक्तियों के साथ राजदरबार में हाजिर हुआ और बोला, ‘राजन ! हमारे धरम ग्रंथो में अच्छे बुरे कर्मो और उनके फलो के अनुसार स्वर्ग और नरक की अवधारणा प्रस्तुत की गयी हैं।
यह पहला व्यक्ति भ्रष्टाचारी है, यह गलत कार्य करके यहाँ तो सुखी और संपन दिखाई देता है लेकिन इसकी जगह स्वर्ग में नहीं होगी। दूसरा व्यक्ति ईमानदार है यह ईमानदारी से यहाँ तो कष्ट भोग रहा है लेकिन इसकी जगह वहाँ स्वर्ग में जरूर होगी।
तीसरा व्यक्ति भिखारी है यह न तो यहाँ सुखी है और न वहाँ सुखी होगा। यहाँ चौथा व्यक्ति दानवीर सेठ है जो अपने धन का सदुपयोग करते हुए दुसरो की भलाई भी कर रहा है औरअच्छे व्यवहार के कारण यह यहाँ भी सुखी है और दान करने के कारन इसका स्थान वहां भी सुरक्षित हैं।